अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भारत में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन ने भी एक रिकॉर्ड बनाया है। 20 लाख से ज्यादा लोगों को एक दिन में वैक्सीन डोज दिए गए, जो कि दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा है। मार्च में ही अमेरिका ने भी 20 लाख डोज प्रतिदिन का आंकड़ा पार किया है और पिछले तीन दिन का औसत वहां 21 लाख डोज तक पहुंच गया है। भारत दूसरे नंबर पर है। पिछले हफ्ते बढ़ी रफ्तार को देखकर लगता है कि आने वाले समय में यह आंकड़ा और भी तेजी से बढ़ सकता है।
भारत में फेज-2 शुरू होने के साथ ही कोरोना के खिलाफ टीकाकरण को रफ्तार मिल गई है। 16 जनवरी से 28 फरवरी तक करीब 1.43 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगे थे। 1 मार्च से सीनियर सिटिजन्स को वैक्सीन डोज देने की शुरुआत हुई और उसके बाद लगातार स्पीड बढ़ ही रही है। मार्च के पहले हफ्ते में ही 50 लाख से अधिक डोज दिए गए। यानी हर दिन औसत 7.5 लाख से अधिक डोज। दूसरे हफ्ते की शुरुआत ही धमाकेदार अंदाज से 20 लाख से अधिक डोज के साथ हुई। सोमवार को 20.19 लाख डोज दिए। इनमें 17.15 लाख पहले डोज थे, जबकि 3.04 लाख दूसरे डोज।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार सुबह 8 बजे तक के डेटा के मुताबिक भारत में अब तक 2.30 करोड़ डोज दिए गए हैं। इसमें 1.89 करोड़ लोगों को कम से कम पहला डोज मिला, जबकि 40.65 लाख लोग दूसरा डोज भी लगवा चुके हैं। देश में 16 जनवरी को हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाने के साथ कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन लगने लगी थी। 13 फरवरी से हेल्थकेयर वर्कर्स को दूसरा डोज दिया जा रहा है। फ्रंटलाइन वर्कर्स को दूसरा डोज देने की शुरुआत 2 मार्च को हुई। 1 मार्च से सरकार ने सीनियर सिटिजन और 45-59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल किया। साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी टीके लगाने के लिए अधिकृत किया। इसके बाद से आंकड़ों में तेजी आ रही है।