लॉफ्टर थेरेपी के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप असल जिंदगी में उससे मिलने वाले फायदों के बारे में भी उतने ही अच्छे से जानते हैं? लॉफ्टर थेरेपी सदियों पुरानी है। इसके बारे में बात करते हुए शोधकर्ता अक्सर कहते हैं, हंसी को गंभीरता से लेकर तो देखिए यह आपकी पूरी जिंदगी बदलकर रख देगी। खुलकर हंसने से व्यक्ति का मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं। अगर आप भी शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं तो रोजाना अपनी आदत में खुलकर हंसना शामिल कर लीजिए। जी हां और यह बात हम नहीं बल्कि शुक्रवार को एम्स में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य उत्सव में मौजूद कुछ विशेषज्ञों ने कही।
इसमें मनोचिकित्सक, हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा, डीयू के छात्रों की नाटक मंडली आदि शामिल हुए। उर्दू में दास्तानगोई के जरिए मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया गया। एम्स में जगह-जगह बने स्टॉल के जरिए लोगों को तनावमुक्त होने का संदेश दिया गया। मेंटल हेल्थ उत्सव की शुरुआत हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा के कार्यक्रम से हुई। उन्होंने लोगों को हंसना क्यों जरूरी है यह बताया। इस दौरान टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की प्रोफेसर डॉ. अपर्णा जोशी, गंगाराम अस्पताल के डॉ. अजय गुप्ता आदि भी मौजूद रहे।
हंसने के फायदे-
तनाव से मुक्ति-
फ्रेंच न्यूरोलॉजिस्ट हेनरी रूबेनस्टेन का मानना है कि एक मिनट की हंसी शरीर को जितना सहज बताती है, उतना सहज होने के लिए अन्य कोशिशों में कम से कम 45 मिनट लग जाते हैं। वास्तव में खुलकर हंसने से इंसानी शरीर की ब्लड वैसल्स (धमनियों) में फैलाव आता है जिससे खून तेजी से शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचता है। खुशी और चैन से एंडोरफिन और कॉर्टिसोल जैसे रसायनों का रिसाव होता है जिनका मुख्य काम फील गुड कराना है।
इम्यून सिस्टम पर असर-
इम्यून सिस्टम का महत्वपूर्ण रोल है हमारे शरीर को ठीक रखने में। नेगेटिव थिंकिंग यानी नकारात्मक भाव हमारे अंदर तनाव, अवसाद और गुस्से को जन्म देते है। इनसे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर तो होती ही है, साथ ही बाहरी रोगों से लड़ने और उन्हें झेलने की ताकत को भी कम कर देता है। लेकिन यहीं पर हंसने और खुश रहने से हमारे शरीर के प्राकृतिक किलर सेल्स यानी एंटीबॉडीज़ मजबूत होते हैं।
बीपी कंट्रोल-
हंसने से ब्लड वैसल्स में हुए फैलाव से खून का बहाव तेज होता है। हार्ट चैंबर में खून का दौरा ठीक होने से कार्डियो वेस्क्युलर समस्याओं से बचाव होता है। खुलकर हंसने से व्यक्ति के विचार छूट जाते हैं। वह सब भूलकर फील गुड फैक्टर में खो जाता है। इससे भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है।
दर्द से छुटकारा-
फ्लोरिडा के अस्पताल में सर्जरी के बाद के कुछ रोगियों पर किए गए प्रयोगों ने यह स्पष्ट दिखाया कि हंसी-खुशी की क्लास ने बिना दर्द निवारक दवाओं के उनको दर्द से राहत दिलाई और कुछ देर के लिए वे अपना दुख-दर्द भूल गए।
लाफ्टर क्लब-
हंसने के फायदों को देखते हुए पहला लाफ्टर क्लब मुंबई में 1995 में डॉ मदन कटियार ने आरंभ किया था। आज संसार भर में पांच हजार लाफ्टर क्लब हैं, जिनके लाखों सदस्य हैं। भारत में इनकी संख्या तीन सौ से ज्यादा है। दिल्ली में भी ऐसे क्लबों की कमी नहीं। आप भी अपनी कॉलोनी में ऐसा क्लब बना सकते हैं और हंसी का पूरा लाभ उठा सकते हैं।
हंसने के लिए क्या करें-
-कॉमेडी फिल्म या टीवी शो देखें।
-कॉमिक बुक पढें।
-लाफ्टर क्लब के सदस्य बनें।
-फनी लोगों से मिलें।
-अच्छे जोक या फनी स्टोरी शेयर करें।
-दोस्तों के साथ नाइट पार्टी का आनन्द उठाएं।
-लाफ्टर योग करें।
-बच्चों के साथ कुछ समय बिताएं, साथ खेलें या बातें करें।
-पिछली फनी याद को ताजा करें।
-कभी-कभी फनी हरकत करने में भी परहेज नहीं करें।
-पेट के साथ खेलकर हंसी को महसूस करें।
-दूसरों की फनी बातें पूछें।
सावधानी- ध्यान रहे कि हंसने-हंसाने में चूक न हो जाए इसलिए इस चेकलिस्ट पर नजर डालें।
-आपके मजाक दूसरे पर भारी न पड़ जाएं।
-क्या वैसा करना जरूरी था।
-क्या वह हरकत नागवार थी।
-कहीं स्थिति खतरनाक न हो जाए।