जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा बलों ने 2014 से 800 आतंकियों को मार गिराया। इनमें से 249 अकेले 2018 में मारे गए थे। इस साल अभी तक कुल 119 आतंकी मारे जा चुके हैं। सरकार ने संसद में इसकी जानकारी दी है।
रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाईक ने बुधवार को लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में बताया कि 2014 में 104 आतंकी मारे गए थे। 2015 में 97, 2016 में 140 और 2017 में 210 आतंकी मारे गए थे।
नाईक ने कहा, ‘सुरक्षा बल आतंकी गतिविधियों से मुकाबला कर रहे हैं। नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ का प्रयास विफल कर रहे हैं और आतंक विरोधी अभियान चला रहे हैं। आतंकी घटनाओं का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों के लगातार अभियान से बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सेना ने भारत-पाक सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन का करारा जवाब दिया है।
राज्यसभा में गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि इस वर्ष अभी तक 119 आतंकी मारे जा चुके हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई में 24 सुरक्षाकर्मी शहीद भी हुए हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बहकावे में आकर स्थानीय युवकों का आतंकी बनना कम हुआ है। 2017 और 2018 में निष्कि्रय किए गए विदेशी आतंकियों की संख्या स्थानीय से ज्यादा थी।