दुनियाभर में पैर पसारता जा रहा कोरोना वायरस, कैसे बरतें सावधानी ?

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एक ऐसे जानलेवा वायरस ने दुनिया में दस्तक दी है जिसका जिक्र खुद विज्ञान में नहीं है. लगातार से वायरस अपने पैर पसारता जा रहा है. इसका नाम है कोरोना वायरस. सबसे पहले ये चीन में फैला. उसके बाद अब दुनिया के तमाम देशों में फैल गया है. आसान भाषा में समझें तो ये एक प्रकार का फ्लू है जिसका संक्रमण बहुत तेजी से फैलता जा रहा है.

चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है. इससे संबंधित निमोनिया के अब तक 4,515 पुष्ट मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. तिब्बत को छोड़कर चीन के सभी प्रांतों से कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है. चीन के अलावा, थाइलैंड में सात मामले, जापान में तीन, दक्षिण कोरिया में तीन, अमेरिका में तीन, वियतनाम में दो, सिंगापुर में चार, मलेशिया में तीन, नेपाल में एक, फ्रांस में तीन, ऑस्ट्रेलिया में चार और श्रीलंका में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है.

Coronavirus कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. फिलहाल अभी तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं है.

कोरोना वायरस इसलिए भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है क्यों कि इसके लक्षण बहुत ही आम हैं. मौसम बिगड़ने के बाद आम आदमी को भी सर्दी जुखाम हो जाता है. लोग इसको घरेलू नुस्खों और डॉक्टर के परामर्श से सही कर लेते हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था. इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है.

पूरे विश्व में इस वायरस को लेकर भंयकर चिंता का माहौल बना हुआ है. सभी देशों ने अपने नागरिकों से अपील की है कि वो चाइना की तरफ यात्रा न करें. इसके जो भी चाइना से आ रहा है एयरपोर्ट पर ही उसका चेकअप कराया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्‍कोहल आधारित हैंड रब का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.

अपने आकार में क्राउन (कांटों वाला) जैसा दिखने के कारण इस वायरस का नाम कोरोना पड़ा है. कोरोना वायरस इंसान के फेफ़ड़ों में घातक संक्रमण करता है. सबसे पहले संक्रमित व्यक्ति के शरीर का तापमान बढ़ जाता है यानी उसे बुखार आता है जिसके बाद उसे सूखी खांसी होती है. एक सप्ताह बाद उसे सांस लेने में दिक्कत होती है. अब तक मौजूद जानकारी के अनुसार इस ख़ास वायरस की एक बड़ी फैमिली है जिसमें से केवल छह वायरस ही इंसान को संक्रमित कर सकते हैं. माना जा रहा है कि इंसानों में बीमारी फैलाने वाला कोरोना वायरस इस फैमिली का सांतवा सदस्य है. इस फैमिली के वायरस के कारण पहले व्यक्ति को सर्दी जुक़ाम और खांसी होती है, और फिर स्थिति गंभीर होती जाती है.

कोरोना वायरस के पाए गए मामलों का नाता वुहान के साउथ चाइना सी-फूड होलसेल मार्केट से बताया जाता रहा है. लेकिन 1 दिसंबर 2019 से संक्रमण से जुड़े दस्तावेज इस ओर इशारा करते हैं कि इस कोरोना वायरस का वुहान के सी-फूड मार्केट से कोई नाता नहीं है. रही सार्स की बात तो ये वायरस पहले चमगादड़ों से बिल्लियों में और फिर बिल्लियों से इंसानों में फैला था.