दिल्ली. गलवान में हिंसक झड़प के 7 दिन बाद आखिरकार भारत के दबाव के आगे चीन झुक गया। सोमवार को चीन सीमा में स्थित मॉल्डो में दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत हुई थी। सेना के मुताबिक, बातचीत अच्छे माहौल में हुई। पूर्वी लद्दाख में टकराव वाली जगह से दोनों देशों की सेनाओं को पीछे हटाने पर सहमति बनी है। डी-एस्केलेशन की प्रोसेस धीरे-धीरे होगी। यानी धीरे-धीरे दोनों देशों के सैनिक पीछे हटेंगे।
इस बीच, चीन ने कहा है कि गलवान में हुई झड़प में उसके 40 सैनिक मारे जाने की बात झूठी है। चीन का यह बयान ऐसे समय आया है, जब थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे मंगलवार को लेह पहुंचे हैं। जनरल नरवणे ने मिलिट्री हॉस्पिटल में सैनिकों से मुलाकात की।