हाल ही में एक रिसर्च के अनुसार रेड वाइन में मौजूद एक ऐसा यौगिक (Compound) पाया है जो डीप्रेशन और टेंशन से निपटने की क्षमता रखता है. इस वाइन को रोज अगर आप सिमित मात्रा में ले तो आप काफी रोगों से सुरक्षित रहेंगे. रेड वाइन रेसवेराट्रोल का होता है. इस कंपोउंड में एंटीऔक्सिडेंट गुण होता है जो आपको टेंशन से दूर रखता हैं. ध्यान देने वाली बात ये है की रेड वाइन में अल्कोहल होता है- जिसका अगर अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. रेड वाइन का कभी-कभार सेवन जब आप थोड़ा बहुत तनाव महसूस करते हैं तो सहायक हो सकता है.
अब तक, कंपाउन्ड में एंटी-डिप्रेसेंट के समान प्रभाव पाए गए थे. लेकिन इसके संबंध फौस्फोडाइस्टरेज़ 4 के साथ थे, जोकि स्ट्रेस हार्मोन कौर्टिकौस्टेरौन से प्रभावित एक एंजाइम थे. अंगूर और जामुन रेड वाइन की तुलना में रेसवेराट्रौल का एक बेहतर सौर्स हैं.
रेस्वेराट्रोल (Resveratrol) आपके हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है और कैंसर और यहां तक कि दृष्टि हानि से सुरक्षा प्रदान कर सकता है.
रेड वाइन प्लाज्मा और लाल रक्त कोशिकाओं में ओमेगा-3 फैटी एसिड के स्तर में वृद्धि कर सकता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं.
अध्ययनों से पता चला है कि एक ग्लास रेड वाइन पीने से टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में कार्डियोमेटाबोलिक जोखिम को कम किया जा सकता है. बहरहाल, डायबिटीज के रोगियों को अपने डाक्टर से परामर्श लेने के बाद ही वाइन पीना चाहिए.
ब्रिटेन स्थित वैज्ञानिकों ने पाया कि रेड वाइन में मौजूद प्रोसेनिडिन्स रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं. वाइन जो पारंपरिक उत्पादन विधियों के साथ तैयार की जाती है, रेड वाइन यौगिकों को निकालने में अधिक प्रभावी प्रतीत होती है, इस प्रकार वाइन में प्रोसीएनिडिन के उच्च स्तर तक ले जाती है.
जौन्स हौपकिंस यूनिवर्सिटी स्कूल औफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं का कहना है कि रेस्वेराट्रोल, मस्तिष्क को स्ट्रोक से होने वाले नुकसान से बचा सकता है.