इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं कि फिट एंड फाइन रहने के लिए एक्सरसाइज़ करना बेहद आवश्यक है। अक्सर देखने में आता है कि लोग अपने फिज़िकल फिटनैस पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन मैंटल हेल्थ की ओर उनका ध्यान ही नहीं जाता।जिस तरह आप अपने शरीर को सुड़ोल व गठीला बनाने के लिए व्यायाम करते हैं, ठीक उसी तरह दिमाग को भी चुस्त व तंदरूस्त बनाने के लिए एक्सरसाइज़ करना बेहद आवश्यक होता है। ऐसी बहुत सी ब्रेन एक्सरसाइज़ होती हैं जो दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने व बेहतर बनाने का काम करती हैं। एक महान न्यूरोबायलोजिस्ट ड़ॉलॉरेन्स केट्ज़ ने भी अपनी किताब न्यूरोबिक्स में बताया है कि दिमाग की कार्य क्षमता कम होने की मुख्य वजह ब्रेन सेल्स का खत्म होना नहीं होता, बल्कि ब्रेन सेल्स से कम्युनिकेशन कम होने पर दिमाग बेहतर तरीके से काम नहीं करता। ऐसेमें कुछ एक्टिविटीज़ इस कम्युनिकेशन को इंप्रूव करने के साथ-साथआपके माइंड को भी शार्प करेंगी। तो चलिए जानते हैं ऐसी ही कुछ एक्सरसाइज के बारेमें-
बदलें दिनचर्या
महज दिनचर्या को बदलकर भी ब्रेन की पावर को बढ़ाया जा सकता है।दरअसल,जब आप हर रोज एक ही तरह से काम को अंजाम देते हैं तो आपका शरीर व मस्तिष्क उसे उसी तरह करने का आदी हो जाता है। लेकिन अगर आप अपने मॉर्निंग रूटीन में कुछ बदलाव करते हैं तो इससे आपके मस्तिष्क के कार्टेक्स पर उसकी इमेज ज्यादा बनती है। ऐसे में आपके मस्तिष्क को जिस तरह की सूचनाएं मिलती हैं, उससे आपका माइंड बूस्टअप होता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि आप बहुत बड़े स्तरपर बदलाव करें। आप अपने नाश्ते का समय बदलें या फिर उठने का टाइम। छोटा सा बदलाव आपके दिमाग को काफी प्रभावित करेगा। आप चाहें तो सुबह शावर लेने से पहले आंखें बंदकर लें और चीजों को छूकर पहचानने की कोशिश करें। आंखें बंद करे हुए नल का पता लगाएं और अन्य चीजों को महसूस करें। इस तरह से शावर लेने से भी ब्रेन बूस्टअप होता है।
राइट ब्रेन को करें एक्टिव
अक्सर लोग अपने लैफ्ट ब्रेन से ही काम लेते हैं, लेकिनअगर आप अपने राइट ब्रेन को भी एक्टिव करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ एक्सरसाइज़ करनी होगी। जैसे आप चीज़ों मसलन घड़ी, फोटो आदि को उल्टा करके देखने का प्रयास करें या फिर आप कंफ्युज़िंग इमेज में से तस्वीर पहचानें। जब आप इस तरह के काम करते हैं तो आपका सारा ध्यान उसी ओर होता है। साथ ही कुछ हटकर करने के कारण राइट ब्रेन भी एक्टिव होने लगता है।
हाथों को करें स्विच
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन उल्टे हाथ से ब्रश करना भी एकबेहतरीन ब्रेन एक्सरसाइज़ है। एक रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है कि जब ब्रेन के विपरीत भाग को काम में लिया जाता है तो इससे कार्टेक्स का अधिक फैलाव होता है और इसका बेहतर परिणाम मिलता है। कोई भी काम उल्टे हाथ से करने पर मस्तिष्क न सिर्फ तेजी से प्रतिक्रिया देता है, बल्कि अधिक एक्टिव भी बनता है। अगर आपराइड हेंडेंड हैं, तो आज से ही उल्टे हाथ से काम करना शुरू कीजिए। ऐसा करने से भी ब्रेन एक्टिविटी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसे करना उतना भी आसान नहीं होता, जितना वास्तव में लगता है।
सीखें कुछ नया
कुछ नया सीखने की प्रवृत्ति यूं तो व्यक्ति में हमेशा ही होती है।लेकिन अब आप इसे महज अपने शौंक को पूरा करने का ज़रिया न बनाएं, बल्किएक ब्रेन एक्टिविटी के तौर पर लें। आप चाहें तो कोई म्यूज़िक इंस्ट्रुमैंट बजाना सीखें या फिर कुकिंग क्लास लें या फिर नई विदेशी भाषा सीखें। इस तरह की एक्टिविटीज़ से आपके व्यक्तित्व में निखार तो आएगा ही, साथ ही आपकी मैमोरीपावर भी बढ़ेगी और आपका माइंड एक्टिव बनेगा। इसके अतिरिक्त आप उन चीज़ों को भी अवश्य करें, जिन्हें आपने पहले कभी न किया हो, जैसे नयी जगह पर जाना, नयी तरह का भोजन खाना,अपनी प्रवृत्ति से अलग हॉबी बनाना। इस तरह की एक्टिविटीज़ कुछ नएन्यूरॉन्स को क्रिएट करने में मददगार साबित होती हैं।
अपनाएं मुश्किल रास्ता
आज के समय में टेक्नोलॉजी ने चीजों को काफी आसान बना दिया है, लेकिन दिमाग को दुरूस्त रखने के लिए आप आसान नहीं, मुश्किल रास्ता चुनें। जैसे कोई गणित का प्रश्न हल करने के लिए कैलकुलेटर की मदद न लें, बल्कि खुद उसे सॉल्व करें। ठीक इसी तरह, फोनबुक में नंबर सेव करने की बजाय उसे याद करें। ऐसा करने से आपके मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।