अगर आप किसी को रोता हुआ देखते हैं तो उसके आंसुओं को पोंछकर आप हंसाने की कोशिश करने लगते हैं ताकि वह अपने ग़म को भूलकर रोना बंद कर दें। जबकि तनाव और ग़म में जी भरकर रो लेने से मन हल्का होता है और आपका मूड भी अच्छा हो जाता है। अगर आप बेहद तनाव में है तो इस तनाव के कारण हमेशा घुटन महसूस करते हैं। इस घुटन के कारण आप किसी भी कार्य को नहीं कर पाते हैं। यहां तक कि न भूख लगती है और न नींद आती है। ऐसे में अगर आप अपने तनाव से बाहर निकलने के लिए थोड़ा रो लेते हैं तो रोने के फ़ायदे भी मिलते हैं…
रोने से होने वाले फायदे
1. तनाव से मुक्ति
अगर आप बहुत ही अधिक तनाव में है, तो यक़ीनन आपका मन रोने का भी करता होगा लेकिन उस समय तो आप अपने रोने को नियंत्रित कर लेते हैं। जबकि ऐसा न करें क्योंकि रोने से व्यक्ति के नकारात्मक विचार निकल जाते हैं और उनकी जगह सकारात्मक विचार का संचार होता है और इसी वजह से आप रोने के बाद हल्का और तनाव रहित महसूस करते हैं।
2. बैक्टीरिया से मुक्ति
आप जब प्याज काटते हैं तो प्याज की झार से आँखों से आंसू आने लगते हैं। इसके अलावा कभी कोई कण आँख में चला जाए तो भी आँख से आंसू आने लगते हैं। इन आँखों से निकलने वाले आंसू से धूल मिट्टी समेत हानिकारक तत्व भी बाहर निकल जाते हैं और आँखें साफ़ और नम हो जाती है, जिससे आँखों में संक्रमण का ख़तरा कम हो जाता है। इसीलिए कभी कभी आंसू का बहना भी सेहत के लिए अच्छा होता है।
3. हाई ब्लड प्रेशर में राहत
अगर आप तनाव में है तो तनाव के कारण आपका ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है और आप कई अन्य बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं। लेकिन आप थोड़ा रो लेते है तो रोने से न सिर्फ़ मानसिक तनाव कम होता है, बल्कि इसके साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर से भी राहत मिलती है और आप कई अन्य बीमारियों से भी सुरक्षित रहते हैं।
4. मूड फ्रेश होना
अगर आप कभी भावनात्मक दुःख के बाद रो लेते है तो रोने से मूड हल्का हो जाता है और आप अच्छा महसूस करते हैं।
5. सिरदर्द से मुक्ति
जब आप भावनात्मक रूप से रोते हैं तो आपके शरीर में एड्रेनोकॉर्टिकोट्रोपिक और ल्यूसीन जैसे हॉर्मोन निकलते हैं। जिससे अच्छी फ़ीलिंग आती है, मूड फ्रेश हो जाता है और सिरदर्द कम होता है।
6. हानिकारक तत्वों का बाहर निकलना
जब हम लोग भावुक होकर रोते हैं तो शरीर में कुछ टॉक्सिक केमिकल्स बनने लगते हैं। जिससे इन आंसू के रास्ते से ज़हरीले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसीलिए जब रोने का मन करें तो थोड़ा रोना भी चाहिए।
आपने रोने के फ़ायदे तो जान लिये, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ग़लत तरीक़े से रो लिया जाये। जब आप भावुक होते है तब उस तनाव से निकलने के लिए और अच्छा महसूस करने के लिए रोना शरीर के लिए अच्छा होता है।